बीजिंग। 2008 के ओलंपिक गेम्स में मेडल जीतने वाले छह खिलाड़ी डोप टेस्ट में फेल हो गए है। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) उन सभी के मेडल पदक वापस ले लिए है।
आईओसी के अनुसार छह खिलाड़ियों से मेडल वापस लेने के अलावा तीन और को अयोग्य करार दिया गया। बीजिंग में 74 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में सिल्वर मेडल जीतने वाले उज्बेकिस्तान के सोसलान तिगिएव, यूक्रेन के भारोत्तोलक ओल्हा कोरोब्का, बेलारूस की भारोत्तोलक आंद्रेई रिबाकू को प्रतिबंधित दवाओं के सेवन का दोषी पाया गया है।
इसी के साथ कजाकिस्तान के सिल्वर मेडलिस्ट फ्रीस्टाइल पहलवान तैमूराज तिगिएव, ब्रॉन्ज मेडलिस्ट बेलारूस की भारोत्तोलक नतासिया नोविकावा, बेलारूस की ही ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एकटेरिना को भी डोप में विफल पाए जाने के बाद अपने मेडल गंवाने पड़े हैं।
आईओसी ने नौ डोप के दोषी खिलाड़ियों की एक सूची जारी की है। इसमें स्पेन के बाधा दौड़ खिलाड़ी जोसफाइन किरूका ओनिया, क्यूबा के लंबी कूद धावक विल्फ्रेडो मार्टिनेज और अजेरी के भारोत्तोलक सरदार हसानोव शामिल हैं। आईओसी खिलाड़ियों के नमूने 10 वर्षों तक संभाल कर रखती है।